________________ 474. 475. 476. 477. 478. 479. अध्यात्मोपनिषद्, गाथा-21 न द्विश्चात् सर्वभूतानि-छान्दोग्योपनिषद् अध्यात्मसार अध्यात्मोपनिषद्, 2 अध्यात्म वैशारदी, भाग-2, पृ. 105 योगदीपिका (षोडशकवृत्ति) ज्ञानसार, क्रियाष्टक, गाथा-2 वही, गाथा-3 गुणवृद्धये ततः कुर्यात् क्रियामस्खलनाय वा। ज्ञानसार, शमाष्टकम्-4 अध्यात्मसार, समताधिकार, गाथा 13 अध्यात्मोपनिषद्, गाथा 5 480. 481. . 482. 483. 484. 485. 414 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org