________________ 198. श्री भगवतीजी सूत्र, शतक-2, उद्देशक-10 199. स्थानांग सूत्र, स्थानक-5, उद्देशक-3, सूत्र 172 200. वही, सूत्र 174 201. समवायांग टीका (हिन्दी अनुवाद), स्था. 27, पृ. 14 202. पंचास्तिकाय वृत्ति, गाथा-3, पृ. 16 203. तत्त्वार्थ सूत्र, अध्याय 5/23 204. न्यायालोक, तृतीय प्रकाश, पृ. 331 205. षड्द्रव्य विचार, पृ. 17 206. प्रशमरति, गाथा 207 207. अनादिविंशिका, गाथा 2/2 208. षड्दर्शन समुच्चय, पृ. 254 * 209. श्री भगवती शतक-13, उद्देशक-4 210. उत्तराध्ययन सूत्र, अध्याय 28/12 211. तत्त्वार्थ सूत्र, अध्याय 5/24 212. नवतत्त्व, गाथा 11 213. लोकप्रकाश, सर्ग 11/12, 13 214. षड्दर्शन समुच्चय टीका, पृ. 266 215. प्रशमरति, गाथा 215, 216 216. ध्यानशतक हारिभद्रीय वृत्ति, पृ. 45 217. तत्त्वार्थ राजवार्तिक, अध्याय-5, सूत्र-19, वार्तिक-40 218. हरिवंश पुराण, सर्ग-7, श्लोक-36 219. जैन सिद्धान्त दीपिका, 1/14 220. तत्त्वार्थ सूत्र, अध्याय-5, सूत्र-23 221. जैन सिद्धान्त दीपिका, 1/14 222. श्री भगवतीजी, शतक-2, उद्देशक-2 223. स्थानांग, स्थानक-5, उद्देशक-3, सूत्र-174 224. लोकप्रकाश, सर्ग 11/2 से 4 225. तत्त्वार्थ सूत्र भेद संधोतेभ्य उत्यन्ते, 5/26 226. तत्त्वार्थ सूत्र, अध्याय-5, सूत्र-19 227. वही, सूत्र-20 228. उत्तराध्ययन सूत्र, 36/22 188 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org