________________ vaaaaaaaaaPow/D || चोथी इतरहेतु एटले विशेष हेतु संपदा जाणवी. जे सामान्यथी इतर ते विशेष होय; माटे वि| शेष हेतु एवं नाम जाणवू. 5 समस्त जीवना परितापरूप जीवविराधना संग्रहरूप ते जे मे जीवा विरहिया ए एक है || पदनी पांचमी संग्रह संपदा. 6 एप्रियादिक पांच जीवने देखामवारूप जीवनेद 563 प्रमुख कथनरूप एगिदिया बेइंदिया, तेइंदिया, चरिंदिया, पंचिंदिया ए पांच पदनी बही जीव संपदा जाणवी. .ते जीवादिक नेदने परितापना विराधना रूप ते अनिहयाथी मामीने तस्त मिछामि मुक्कम लगें अगीयार पदनी सातमी विराधना संपदा जाणवी. प्रायश्चित्तविशोधनकरण रूप ते तस्सउत्तरी करणेणंथी मामीने गमि काउस्सगं खगें उ पदनी थामी प्रतिक्रमण-संपदा. 'ए नेदथकी. ए मांहे प्रथमनी पांच संपदा ते इरियावहिनी मूल संपदा जाणवी, अने पा BAND INS/ADMAAVAS/PS Da/RBoaaMBAIDAN owaaaaa sinin Education International For Personal & Private Use Only www.janelyg