________________ desbe Davar p/oRARuwao/raETERING वानुं स्थान तथा अर्थनो वीसामो लेवानुं स्थान तेने संपदा कहीये, ते अनुक्रमें नवकारने विषे, शरयावहिने विषे अने शक्रस्तवादिक पांच दंगकने विषे ए सर्व मली सात सूत्रांने विषे सर्व संपदा सप्तनवति एटले सत्ताणुं थाय // ए॥ ॥हवे नवकारना अक्षर तथा पद अने संपदा विवरी देखा जे.॥ वण-वर्ण, अक्षर अट्ठ-आठ | पयतुल्ला-पदनी तुल्य | दुपया-बे पदनी असहि-अडसठ संपया-संपदा सतरख्खर-सत्तर अक्षर नवख्खर-नव अक्षरनी नवपय-नवपद तथ्थ-त्यां अहमी-आठमी छही-छठ्ठी संपदा नवकारे-नवकारने विषे सगसंपथ-सात संपदा वण्णसटि नव पय, नवकारे अठ संपया तत्थ // सग संपय पय तुल्ला, सतरख्खर अठुमी दु पया॥३०॥ नवरकर अहमी उपय उही // इत्यन्ये GARDarosavespranaero DaNews/ wse in Education International For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org