________________ भा Paasaras // 26 // सगनई-सत्ताj VeuBADwage/900/DP/2688/GDSDes // हवे संपदानी संख्या कहे . // अठ्ठ-आठ अवीस-अट्यावीश वीसामा-वीसामो लेवानुं स्थान| इरिया-इरियावहि नव-नव सोलस-सोल कमसो-अनुक्रमे सक्कथयाइसु-शकस्तवादिक य-वली वीस-वीस मंगल-नवकार अठठ नवठ्य अतृ वी, स सोलसय वीस वीसामा // कमसो मंगल इरिया, सक त्थयाईसु सगनउई // 29 // शब्दार्थ-नवकार, इरियावहि अने नमुत्युगादिक सात सूत्रमा अनुक्रमे आठ, आठ, नव, आठ, अठ्ठावीस, सोल अने वीश एटला विसापा एटले संपदा होय छे. सर्व मलीने सत्ताणुं थाय. // 29 // विस्तारार्थः-प्रथम नवकारनी आठ संपदा, तथा इरियावहिनी आठ संपदा, तथा नमोत्थुणंनी नव संपदा, तथा अरिहंत चेश्याएंनी बाठ संपदा, वली लोगस्सनी अठ्ठावीश संपदा, तथा पुस्करवरदीनी सोल संपदा, वली सिद्धाएंबुद्धाणंनी वीश संपदा जाणवी. ए लगारेक रहे w atianewsaapD9/DIPoe // 26 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jamelibrary.org