________________ Vinayasoosic/togo/ARO/As/stacles/appDocMAGAANDAN चितवीयें ए ब खंखेरवा रूप उ पमिलेहणा थइ तेनी साथे प्रथमनी एक दृष्टि पमिलेहणा मेलवीये तेवारे सात थाय. तेवार पड़ी त्रण अस्कोमा अने त्रण प्रमाऊना एटले पूजq ते अनुक्रमे एक बीजा के त्रणवार एकेकने अंतरे करवा एटले मुहपत्तिये एक पम वाली मुहपत्तिना त्रण वधूटक करी जमणा हाथनी अंगुलीना अांतरानी वचमां नरावीने त्रण अस्कोमा पसली नरीये, त्रणवार मूहपत्ति जंची राखी मावा हाथना तलाने अण लागते खंखेरीये पण हाथने तले लगामीये नहीं; पबी त्रण प्रमार्जना पशलीमांहेथी घसी काहामीये एम एकेकने श्रांतरे त्रण वार त्रण त्रण अकोमा करवा अने त्रण वार त्रण प्रमाऊना करवी. एवी रीतेत्रण वार करतां नव अखोमा खंखेरवा रूप थाय. अने नव परकोमा प्रमाऊना एटले पूंजवा रूप थाय मली अढार पमिलेहणा थाय तेनी साथे पूर्वोक्त सात मेलवीये, तेवारे सर्व मली मुहपत्तिनी पमिलेरणा पच्चीश थाय // 20 // हवे अढार पमिलेहणा करतां एकेका त्रिके शुं शुं मनमां चिंतविये ? ते कहे . anwomencompaptance/node/apootoco/geomewaves Jain Education International For Personal & Private Use Only www.janebryong