________________ इरिउस्सग्गपमाणं, पणवीसुस्सास अठ्ठ सेसेसु // दारं 1 // गंभीर महुरसह, महत्थजुत्तं हवइ थुत्तं // 58 // दार 25 swaruwarta veaawaranamamaeaamavaraprasanneVitaWAawal शब्दार्य-इरियावहिना काउस्सगर्नु प्रमाण पच्चीश श्वासोचासनुं जागवू. बाकीना काउस्तगर्नु आठ श्वासोश्वास प्रमाण जाणवू. वली मेघनी पेठे गंभीर, मधुर शब्दवाला तेमन महा अर्थवाला प्रभुनां स्तवनो होय छे. // 58 // विस्तारार्थः-इरियावहिना कालस्सग्गनुं प्रमाण पश्चीश श्वासोवासनुं जाणवू. एटले संप्रदायें "चंदेसु निम्मलयरा” पर्यंत यावत पच्चीश पदन काउस्सग कराय , अने शेष काजस्सग्ग जे देव वांदता स्तुति काउस्सग्ग ते आठश्वासोवास प्रमाण जाणवो. केम के संप्रदायें एक नवकारनी संपदा था माटें. ए कानस्सग्ग प्रमाणन एकवीशमुं द्वार थयु. उत्तर बोल 2056 थया. .. NPAPERATOPatesette/teatentANDANAME For Personal Private Use Only www.janelibrary.org