________________ 000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000oot 000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000 है। ऐसा (वरदसिहिं) केवलज्ञानी (जिणेहिं) जिनेश्वरों ने (पण्णत्तो) कहा है। भावार्थ : हे गौतम! धर्मास्तिकाय जो जीव और जड़ पदार्थों को गमन करने में सहायक हो। अधर्मास्तिकाय जीव और अजीव पदार्थों की गति को अवरोध करने में कारणभूत एक द्रव्य है और आकाश, समय, जड़ और चेतन इन छः द्रव्यों को ज्ञानियों ने लोक कहकर पुकारा है। मूल : धम्मो अहम्मो आगासं; दबं इक्किक्कमाहिये। अणंताणि य दवाणि य; कालो पुग्गलजंतवो||१४|| छायाः धमोऽधर्म आकाशं द्रव्यं एकैकमाख्यातम्। अनन्तानि च द्रव्याणि च कालः पुद्गलजन्तवः / / 14 / / अन्वयार्थ : हे इन्द्रभूति! (धम्मो) धर्मास्तिकाय (अहम्मो) अधर्मास्तिकाय (आगासं) आकाशास्तिकाय (दव्व) इन द्रव्यों को (इक्किक्क) एक एक द्रव्य (आहियं) कहा है (य) और (कालो) समय (पुग्गलजंतवो) पुद्गल एवं जीव इन द्रव्यों को (अंणताणि) अनंत कहा हैं। भावार्थ : हे शिष्य! धर्मास्तिकाय, अधर्मास्तिकाय और आकाशास्तिकाय ये तीनों एक एक द्रव्य हैं। जिस प्रकार आकाश के टुकड़े नहीं होते, वह एक अखण्ड द्रव्य है, ऐसे ही धर्मास्तिकाय तथा अधर्मास्तिकाय भी एक एक ही अखण्ड द्रव्य है और पुद्गल अर्थात् वर्ण, गंध, रस, स्पर्श.वाला एक मूर्त द्रव्य तथा जीव और (अतीत व अनागत की अपेक्षा से) समय, ये तीनों द्रव्य अनंत माने गये हैं। मूल : गइलक्खणो उधम्मो, अहम्मो ठाणलक्खणो। हा भायणं सव्वदवाणं, नहं ओगाहलक्खण||१५ छाया: गतिलक्षणस्तु धर्मः अधर्मः स्थानलक्षणः। प्राण भाजनं सर्वद्रव्याणाम् नभोऽवगाहलक्षणम्।।१५।। अन्वयार्थ : हे इन्द्रभूति! (गइलक्खणो) गमन करने में सहायता देने का लक्षण है जिसका, उसको (धम्मो) धर्मास्तिकाय कहते हैं। (ठाणलक्खणो) ठहरने में मदद देने का लक्षण है जिसका, उसको (अहम्मो) अधर्मास्तिकाय कहते हैं और (सव्वदव्वाणं) सर्व द्रव्यों को (भायण) आश्रय रूप (ओगाहलक्खण) अवकाश देने का लक्षण है जिसका उसको (नह) आकाशास्तिकाय कहते हैं। 00000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000oope नै निर्ग्रन्थ प्रवचन/27 doo000000000000000 Jain Education International 00000000000 www.jainelibrary.org For Personal & Private Use Only