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________________ प्रो. सागरमल जैन एवं डॉ. सुरेश सिसोदिया : 149 दसविधे असंजमे- 10/9 स्थानांग। सत्तरसविहे संजमे पण्णत्ते, पेहासंजमे उवेहासंजमे उवहसं जमे पमज्जणासंजमे मणसंजमे कइसंजमे कायसंजमे ॥ - 17 / 117 समवायांग । 52. चउव्विहा संसारसमावण्णगा जीवा पण्णत्ता, तं जहा - णेरइया, तिरिक्खजोणिया, मणुस्सा, देवा। 4/608। अहवा पंचविधा, ...... सिद्धा - 5/2081 सत्तविहा, ...... देवीओ। अओविधा सिद्धा, 8/1061 53. पंचविधे संवरे पण्णत्ते तं जहा- सोतिंदियसंवरे, ( चक्खिंदिय संवरे, घाणिंदिय संवरे, जिब्भिंदियसंवरे, फासिंदिय संवरे 5/2/1371 छव्विहे, ...... णोइंदियसंवरे, 6/151 अओविहे, दसविधे संवरे पण्णत्ते Jain Education International मणसंवरे वइसंवरे, कायसंवरे । - 8/11। उवकरणसंवरे, सूची कसग्गसंवरे, 10/101 54. पंचविधे असंवरे पण्णत्ते, तं जहा – सोतिंदिय असंवरे (चक्खिदिय असंवतरे, घाणिंदिय असंवरे, जिब्भिदिय असंवरे, फासिंदिय असंवरे, 5/5/138, छव्विहे णोइंदिय असंवरे - 6 / 16 स्थानांग। अओविहे, मण असंवरे, वइ असंवरे, काय असंवरे । -- 8/11 स्थानांग । दसविधे, ...... ...... उवकरण असंवरे सूचीकुमसग्ग असंवरे।। वरिष्ठ प्रवक्ता पार्श्वनाथ शोधपीठ आई.टी.आई. रोड़, वाराणसी For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004256
Book TitleAng Sahitya Manan aur Mimansa
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain, Suresh Sisodiya
PublisherAgam Ahimsa Samta Evam Prakrit Samsthan
Publication Year2002
Total Pages338
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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