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नवम अध्याय
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|संवर प्रकरण
सम्यग्योगनिग्रहो गुप्तिः।।4।। सूत्रार्थ - योगों का सम्यक् प्रकार से निग्रह करना गुप्ति है।।4।।
गुप्ति (स्वच्छन्द प्रवृत्ति का बंद होना)
काय * शारीरिक क्रिया का नियमन
वचन * मौन धारण
मन * संकल्प-विकल्प
से जीवन की रक्षा
ईर्याभाषणादाननिक्षेपोत्सर्गाः समितयः।।5।। सूत्रार्थ - ईर्या, भाषा, एषणा, आदाननिक्षेप और उत्सर्ग - ये पाँच समितियाँ
हैं।।5॥
समिति
ईर्या . भाषा एषणा आदान-निक्षेपण उत्सर्ग 4 हाथ आगे हित-मित दिन में 1 उपकरणों को जन्तुरहित की जमीन प्रिय वचन बार निर्दोष देख-भाल कर स्थान पर देखकर . बोलना आहार लेना लेना व रखना मल-मूत्र चलना
आदि का त्याग करना
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