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पञ्चम अध्याय
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कालश्च।।39॥ सूत्रार्थ - काल भी द्रव्य है।।39।।
सोऽनन्तसमयः।।40॥ सूत्रार्थ - वह अनन्त समय वाला है।।40।।
काल भी द्रव्य है।
इसलिए
सत् स्वरूप
गुण-पर्याय वाला
उत्पाद-व्यय-ध्रौव्य सहित
और
अचेतन नित्य अवस्थित अमूर्तिक निष्क्रिय 1 प्रदेशी
(अकायवान मुख्य-गौण दोनों प्रकार से)
काल
निश्चय काल * द्रव्य
* कालाणु * लोक प्रमाण असंख्यात | कालाणु
व्यवहार काल का * निश्चय काल द्रव्य की पर्याय * समय, घंटा, दिन आदि . * अनंत पर्यायें (भूत, वर्तमान,
भविष्य मिलाकर)
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