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तृतीय प्रणाम त्रिक
प्र.222 ‘प्रणाम' शब्द से क्या तात्पर्य है ? उ. प्र - प्रकृष्ट भाव पूर्वक । णाम - नमन करना। परमात्मा को भाव पूर्वक
श्रद्धा सह नमन करना 'प्रणाम' कहलाता है । प्र.223 प्रणाम त्रिक के नाम बताइये ? उ. 1. अंजलिबद्ध प्रणाम 2. अर्धावनत प्रणाम 3. पंचांग प्रणिपात प्रणाम । प्र.224 अंजलिबद्ध प्रणाम किसे कहते है ?
अंजलि - हाथ, बद्ध - जोड़ना । जिनेश्वर परमात्मा (प्रतिमा) के दर्शन होते ही दोनों हाथ जोडकर मस्तक नमाकर (झुकाकर) 'नमो जिणाणं' . कहकर किया जाने वाला प्रणाम अंजलिबद्ध प्रणाम कहलाता है। : प्र.225 अंजलिबद्ध प्रणाम कब किया जाता है ? उ. प्रथम निसीहि के पश्चात् देवाधिदेव जिनेश्वर परमात्मा के दर्शन होते ही
अंजलिबद्ध प्रणाम किया जाता है । प्र.226 अर्धावनत प्रणाम किसे कहते है ? उ. अर्ध - आधा, अवनत - झुकांकर । गर्भद्वार के पास स्तुति बोलते समय
अथवा गर्भद्वार में प्रवेश करने से पूर्व आधा शरीर झुकाकर व हाथ जोडकर
जो प्रणाम किया जाता है, उसे अर्धावनत प्रणाम कहते है । प्र.227 अर्धावनत प्रणाम कब किया जाता है ? उ. यह प्रणाम प्रदक्षिणा त्रिक के पश्चात् स्तुति से पूर्व किया जाता है। प्र.228 पंचांग प्रणिपात प्रणाम किसे हाते है ? उ. पञ्च + अंग = पञ्चांग ।
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तृतीय प्रणाम त्रिक
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