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________________ 4. प्रदक्षिणा देते समय विजातिय स्पर्श आपस में न हो इसका ख्याल रखना चाहिए । 5. प्रदक्षिणा देते समय इधर-उधर देखना, कपड़ों को व्यवस्थित करना, आपस में वार्तालाप आदि कार्य कलाप नही करना चाहिए। क्योंकि ऐसे कार्य करने से पाप कर्म का बन्धन होता है । 6. पुजा की सामग्री हाथ में लेकर जयणा का पालन करते हुए प्रदक्षिणा देनी चाहिए । 7. अधूरी प्रदक्षिणा देने अथवा द्रव्य पूजा के पश्चात् देने से अविधि का दोष लगता है । 8. जिनमंदिर में तीनों दिशा में स्थापित मंगल मूर्ति को नमस्कार करते हुए प्रदक्षिणा देनी चाहिए । 1221 प्रदक्षिणा देते समय मन में क्या भावना भानी चाहिए ? हम समवसरण में साक्षात् तीर्थंकर परमात्मा की प्रदक्षिणा दे रहे है ऐसी भावना जिनमंदिर में मूलनायक परमात्मा के तीनों दिशाओं में दीवार में स्थापित मंगल मूर्ति को देखकर मन में भानी चाहिए । चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी Jain Education International For Personal & Private Use Only 57 www.jainelibrary.org
SR No.004240
Book TitleChaityavandan Bhashya Prashnottari
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVignanjanashreeji
PublisherJinkantisagarsuri Smarak Trust
Publication Year2013
Total Pages462
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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