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________________ उ. छ: अंग है - 1. अभिषेक, 2. आह्वान 3. स्थापना 4. सन्निधिकरण 5. अष्ट द्रव्य 6. विसर्जन । प्र.1337 अभिषेक क्या है ? उ. शुद्ध प्रासुक जल से ण्हवन करना, अभिषेक कहलाता है । प्र.1338 अभिषेक किसका होता है ? उ. अभिषेक नव देवताओं में से मात्र जिन चैत्य और जिन चैत्यालय इन दो देवताओं का होता है । पंच परमेष्ठि का अभिषेक साक्षात् नहीं हो सकता और जिन धर्म निराकार व जिनागम शास्त्र है, अतः उनका अभिषेक संभव नही है। .1339 नव देवता के नाम बताइये । उ. 1. अरिहंत 2. सिद्ध 3. आचार्य 4. उपाध्याय 5. साधु 6. जिन चैत्य 7. जिन चैत्यालय 8. जिन धर्म 9. जिनागम । ' प्र.1340 जिन चैत्यालय का अभिषेक कैसे होता है ? । 3. जिन चैत्यालय (मंदिर) की प्रतिष्ठा के समय जिनमंदिर के शिखर के ... सामने दर्पण रखा जाता है। उस दर्पण में शिखर का जो प्रतिबिम्ब बनता हैं, उसका अभिषेक किया जाता है। H1341 अभिषेक कितने प्रकार का होता है ? उ. दो प्रकार का__1. पंचामृत अभिषेक-(उमास्वामी श्रावकाचार, वसुनंदी श्रावकाचार्य - पूज्यपाद, गुणभद्र आचार्य के मतानुसार) 2. जल से अभिषेक- (माघनन्दी आचार्य के मतानुसार) । चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी 373 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004240
Book TitleChaityavandan Bhashya Prashnottari
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVignanjanashreeji
PublisherJinkantisagarsuri Smarak Trust
Publication Year2013
Total Pages462
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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