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________________ प्र.750 इरियावहिया सूत्र में अक्षरों की गिनती कहाँ से कहाँ तक की गई है ? उ. इरियावहिया सूत्र में अक्षरों की गिनती "इच्छामि पडिक्कमिउं से ठामि काउस्सग्गं" तक की गई है । प्र.751 इरियावहिया सूत्र में तस्स उत्तरी सूत्र किया गया ? के वर्णों का समावेश क्यों उ. विषय की समानता अर्थात् दोनों ही सूत्र का विषय- आत्म विशुद्धि होने से तस्स उत्तरी के वर्णों का समावेश इरियावहिया सूत्र में किया गया है। प्र. 752 " इच्छामि पडिक्कमिउं से ठामि काउस्सग्गं" तक कुल कितने अक्षर है ? उ. "इच्छामि पडिक्कमिउं से ठामि काउस्सग्गं" तक 199 सर्व अक्षर है; जिसमें इरियावहिया के 150 व तस्स उत्तरी के 49 अक्षर है । प्र.753 "इच्छामि पडिक्कमिउं से ठामि काउस्सग्गं" तक कितने गुरू व लघु अक्षर है ? "इच्छामि पडिक्कमिउं से ठामि काउस्सग्गं" तक 175 लघु अक्षर व 24 गुरू अक्षर है, जिसमें इरियावहिया के 136 लघु अक्षर और 14 क्ष है और तस्स उत्तरी के 39 लघु अक्षर व 10 गुरू अक्षर है । प्र. 754 अन्नत्थ सूत्र का गौण नाम क्या है । उ. अन्नत्थ सूत्र का गौण नाम " आगार सूत्र (अपवाद ) " है । प्र.755 अन्नत्थ सूत्र को आगार सूत्र नाम क्यों दिया गया है ? क्योंकि इस सूत्र में कायोत्सर्ग के आगारों (अपवाद) का वर्णन किया गया है। प्र.756 अन्नत्थ सूत्र में कितने गुरू, लघु और सर्वाक्षर है ? चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी Jain Education International For Personal & Private Use Only 203 www.jainelibrary.org
SR No.004240
Book TitleChaityavandan Bhashya Prashnottari
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVignanjanashreeji
PublisherJinkantisagarsuri Smarak Trust
Publication Year2013
Total Pages462
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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