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________________ उ. अन्नत्थ सूत्र में 13 गुरू, 127 लघु और 140 सर्वाक्षर है। प्र.757 अन्नत्थ सूत्र के अक्षर सम्बन्धित मतान्तर बताइये ? - उ. भाष्य की अवचूरि के अनुसार बारम्बार (बार-बार) बोलने पर अन्नत्थ सूत्र के वर्ण 2384 होते है । अथवा 'उड्डुईएणं' बोलने पर 2389 अक्षर होते है। प्र.758 नमुत्थुणं सूत्र का गौण नाम क्या है ? उ. नमुत्थुणं सूत्र का गौण नाम 'शक्रस्तव और प्रणिपात दंडक' सूत्र है। प्र.759 नमुत्थुणं सूत्र का नाम शक्रस्तव कैसे पड़ा ? . उ. शक्र (इन्द्र) ने नमुत्थुणं सूत्र के द्वारा परमात्मा की स्तुति-स्तवना की इसलिए इसका नाम शक्रस्तव पड़ा । प्र.760 नमुत्थुणं में कितने लघु, गुरू व सर्वाक्षर है ? उ. नमुत्थुणं में 264 लघु, 33 गुरू व 297 सर्वाक्षर है। प्र.761 अरिहंत चेइयाणं सूत्र का गौण नाम क्या है ? उ. अरिहंत चेइयाणं सूत्र का गौण नाम “चैत्यस्तव सूत्र और लघु चैत्यवंदन सूत्र" है। प्र.762 अरिहंत चेइयाणं सूत्र के चैत्यस्तव क्यों कहा जाता है ? उ. इस सूत्र में चैत्यों की स्तना-स्तुति की गई है, इसलिए इसे चैत्यस्तव कहते है। प्र.763 चैत्यस्तव में अक्षरों की गणना कहाँ से कहाँ तक की गई है। उ. चैत्यस्तव में अक्षरों की गणना ‘अरिहंत चेइयाणं से. अप्पाणं वोसिरामि' अर्थात् अरिहंत चेइयाणं सूत्र+सम्पूर्ण अन्नत्थ सूत्र तक की गई है । प्र.764 चैत्यस्तव में कितने लघु, गुरू और सर्वाक्षर है ? उ. चैत्यस्तव सूत्र के मात्र अरिहंत चेइयाणं सूत्र में 73 लघु अक्षर, 16 गुरू +++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++ आठवाँ वर्ण द्वार 204 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004240
Book TitleChaityavandan Bhashya Prashnottari
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVignanjanashreeji
PublisherJinkantisagarsuri Smarak Trust
Publication Year2013
Total Pages462
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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