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________________ प्र. 721 कौनसा जाप उत्तम और कष्ट साध्य होता है ? उ. मानस जाप उत्तम और कष्ट साध्य होता है, जबकि उपांशु पौष्टिक और सामान्य कार्य सिद्धि होने से मध्यम और भाष्य जाप अन्य जीवों का पराभव - - वशीकरण आदि दुष्ट कार्य में हेतु होने से अधम होता है । प्र. 722 खमासमण सूत्र का गौण नाम क्या है ? उ. खमासमण सूत्र का गौण नाम 'पंचांग प्रणिपात' सूत्र है | उ. प्र. 723 खमासमण सूत्र को 'पंचांग प्रणिपात सूत्र' क्यों कहा जाता है ? जिनेश्वर परमात्मा व गुरू भगवंतों को खमासमणा देते समय पांच अंगों (दो हाथ, दोनों घुटनें व मस्तक) को जमीन पर टिकाकर के वंदन किया जाता है, इसलिए इसे पंचांग प्रणिपात सूत्र कहते है । इसका अपर नाम 'छोभ (थोभ) वंदन' सूत्र है 1 प्र.724 खमासमण सूत्र में कितने लघु, गरू व सर्वाक्षर है ? उ. खमासमण सूत्र में 25 लघु, 3 गुरू व 28 सर्वाक्षर है प्र. 725 इरियावहिया सूत्र का गौण नाम क्या है ? उ. गौण नाम 'लघु प्रतिक्रमण सूत्र और प्रतिक्रमण श्रुत स्कंध ' है । प्र. 726 इरियावहिया सूत्र को लघु प्रतिक्रमण सूत्र प्रतिक्रमण श्रुत स्कंध सूत्र क्यों कहा गया है ? क्योंकि इस सूत्र के द्वारा गमनागमन ( ईर्यापथिकी क्रिया) के दौरान लगे दोषों का प्रतिक्रमण किया जाता है उ. प्र. 727 प्रतिक्रमण से क्या तात्पर्य है ? उ. 194 प्रति + क्रमण, प्रति Jain Education International 1 = वापस, क्रमण प्रतिकूलं क्रमणं इति प्रतिक्रमण । प्रतीपं क्रमण प्रतिक्रमणम्, अयमर्थः शुभ योगेभ्योऽशुभयोगान्तरं आठवाँ वर्ण द्वार = आना, लौटना । For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004240
Book TitleChaityavandan Bhashya Prashnottari
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVignanjanashreeji
PublisherJinkantisagarsuri Smarak Trust
Publication Year2013
Total Pages462
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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