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________________ प्र.690 नवकार महामंत्र की चूलिका में कितने गुरू अक्षर है ? उ. चूलिका में 4 गुरू अक्षर है । प्र.691 नवकार मंत्र के अक्षरों में कितनी विद्याएँ है ? उ. 68544 विद्याएँ है | प्र. 692 नवकार मंत्र की चूलिका में कितने सर्वाक्षर है ? 33 सर्वाक्षर है । उ. प्र. 693 नवकार महामंत्र का संक्षिप्त रुप क्या है ? उ. संक्षिप्त रुप 'असिआउसा' है । प्र.694 नवकार महामंत्र में परमेष्ठि के नाम से कौनसा एक मंत्राक्षर बनता है ? उ. ‘ओम्' मंत्राक्षर बनता है 1 प्र. 695 नवकार मंत्र की रचना किस भाषा में है ? उ. 'अर्धमागधी' भाषा में है ? प्र.696 नवकार महामंत्र का विस्तृत वर्णन किस सूत्र में है ? उ. 'महानिशीथ ' सूत्र में है । प्र.697 नवकार मंत्र के अंतिम चार पदों को क्या कहते है ? उ. 'चूलिका' कहते है। प्र. 98. चौदह पूर्वधर आचार्य भद्रबाहु स्वामी ने नवकार महामंत्र पर किसकी रचना की ? उ. नवकार महामंत्र पर 'नमस्कार नियुक्ति' की रचना की । प्र.699 उपाध्याय यशोविजय जी म. ने नवकार मंत्र पर कौनसी कृति की रचना की ? चैत्यवंदन भाष्य प्रश्नोत्तरी Jain Education International For Personal & Private Use Only 189 www.jainelibrary.org
SR No.004240
Book TitleChaityavandan Bhashya Prashnottari
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVignanjanashreeji
PublisherJinkantisagarsuri Smarak Trust
Publication Year2013
Total Pages462
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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