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हास+एवि = हासेवि (हँसाकर)
हास+एविणु = हासेविणु (हँसाकर) (ii) हास+इय = हासिय (हँसाकर)
हासि+दूण = हासिदूण (हँसाकर) हासि+त्ता = हासित्ता (हँसाकर)
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1.
प्रेरणार्थक हेत्वर्थक कृदन्त हसावि+एवं = हसावेवं (हँसाने के लिए) हसावि+अण = हसावण (हँसाने के लिए) हसावि+अणहं = हसावणहं (हँसाने के लिए) हसावि+अणहिं = हसावणहिं (हँसाने के लिए) हसावि एप्पि = हसावेप्पि (हँसाने के लिए) हसावि+एप्पिणु = हसावेप्पिणु (हँसाने के लिए) हसावि+एवि = हसावेवि (हँसाने के लिए) हसावि+एविणु = हसावेविणु (हँसाने के लिए) हास+एवं = हासेवं (हँसाने के लिए) हास+अण = हासण (हँसाने के लिए) हास+अणहं = हासणहं (हँसाने के लिए) हास+अणहिं = हासणहिं (हँसाने के लिए) हास+एप्पि = हासेप्पि (हँसाने के लिए) हास+एप्पिणु = हासेप्पिणु (हँसाने के लिए) हास+एवि = हासेवि (हँसाने के लिए) हास+एविणु = हासेविणु (हँसाने के लिए)
2.
'सान कालए)
अपभ्रंश-हिन्दी-व्याकरण
(75)
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