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काल परिवर्तन 11. अपभ्रंश भाषा में काल बोधक प्रत्ययों में भी परस्पर में व्यत्यय अर्थात्
उलट-पुलटपना भी पाया जाता है। वर्तमानकाल के प्रत्ययों का प्रयोग भूतकाल के अर्थ में तथा भूतकाल के प्रत्ययों का वर्तमानकाल के अर्थ में प्रयोग कर लिया जाता है। जैसेवर्तमानकाल के प्रत्यय का प्रयोग भूतकाल के अर्थ में अह पेच्छइ रहु तणओ = इसके बाद रघु के लड़के ने देखा। . . उपर्युक्त उदाहरण में वर्तमानकाल के 'ई' प्रत्यय का प्रयोग किया गया है लेकिन अर्थ भूतकाल का लिया गया है। भूतकाल के प्रत्यय का प्रयोग वर्तमानकाल के अर्थ में सुणीअ एस वण्ठो = यह बौना (वामन) सुनता है। उपर्युक्त उदाहरण में भूतकाल के 'ईअ' प्रत्यय का प्रयोग किया गया है लेकिन अर्थ वर्तमानकाल का लिया गया है।
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अपभ्रंश-हिन्दी-व्याकरण
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