________________
26.
27.
28.
29.
प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, स्त्रीलिंग सर्वनाम एत, एता और त, ता के प्रथमा विभक्ति एकवचन में त का स करके अकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द देव के अनुसार एसो, सो तथा आकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञा शब्द कहा अनुसार एसा, सा होता है।
एत (यह) (पु.) = एसो (प्रथमा एकवचन ) सो (प्रथमा एकवचन)
त ( वह) (पु.)
=
एता (यह ) (स्त्री.) = एसा (प्रथमा एकवचन )
ता (वह ) (स्त्री.) = सा (प्रथमा एकवचन )
प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग सर्वनाम अमु का प्रथमा विभक्ति एकवचन में अह होता है ।
अमु (वह) (पु., नपुं., स्त्री. ) = अह (प्रथमा एकवचन)
अन्य रूप- अमू (पुं.), अमुं (नपुं.), अमू (स्त्री.)
प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग सर्वनाम अमु पुल्लिंग में साहु के अनुसार, नपुंसकलिंग में महु के अनुसार तथा स्त्रीलिंग में णु के अनुसार रूप बनेंगे।
प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग सर्वनाम अमु का विकल्प से अय और इय होता है और सप्तमी विभक्ति एकवचन मे म्मि प्रत्यय जोड़ा जाता है। जैसे
-
अमु अय, इय ( वह) (पु.)
-
प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग - 1 )
Jain Education International
=
(अय, इय+म्मि) = अयम्मि, इयम्मि (सप्तमी एकवचन )
For Personal & Private Use Only
(61)
www.jainelibrary.org