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________________ पुरुषवाचक सर्वनाम तुम्ह (तुम) (तीनों लिंगों में) प्रथमा एकवचन 1/1 30. प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग तुम्ह सर्वनाम के प्रथमा विभक्ति एकवचन में तं, तुं, तुवं, तुह, तुमं' होते हैं। तुम्ह (तुम) (तीनों लिंग) - तं, तुं, तुवं, तुह, तुमं (प्रथमा एकवचन) ------ 31. प्रथमा बहवचन 1/2 प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग तुम्ह सर्वनाम के प्रथमा विभक्ति बहुवचन में 'भे, तुब्भे, तुज्झ, तुम्ह, तुम्ह, उव्हे' होते तुम्ह (तुम)(तीनों लिंग)-भे, तुब्भे, तुज्झ, तुम्ह, तुम्हे, उव्हे. (प्रथमा बहुवचन) तथा तुम्हे और तुझे भी होते हैं। (हेमचन्द्र की वृत्ति के अनुसार) 32. द्वितीया एकवचन 2/1 प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग तुम्ह सर्वनाम के द्वितीया विभक्ति एकवचन में 'तं, तुं, तुवं, तुमं, तुह, तुमे, तुए' होते तुम्ह (तुम) (तीनों लिंग)- तं, तुं, तुवं, तुम, तुह, तुमे, तुए (द्वितीया एकवचन) ---------------- द्वितीया बहवचन 2/2 33. प्राकृत भाषा में पुल्लिंग, नपुंसकलिंग तथा स्त्रीलिंग तुम्ह सर्वनाम के द्वितीया विभक्ति बहुवचन में 'वो, तुज्झ, तुब्भे, तुय्हे, उय्हे, भे' होते - (62) प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-1) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004204
Book TitlePrakrit Hindi Vyakaran Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani, Shakuntala Jain
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2012
Total Pages198
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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