________________
(ii) प्राकृत भाषा में पुल्लिंग संज्ञा शब्द राज के तृतीया विभक्ति एकवचन में राज
के आज का 'अण्' करके ‘णा' प्रत्यय विकल्प से जोड़ा जाता है। जैसे
राज (पु.) (रण्+णा) = रण्णा (तृतीया एकवचन) अन्य रूप - रायेण, रायेणं
राएण, राएणं
रायाणेण, रायाणेणं (iii) पैशाची भाषा में पुल्लिंग संज्ञा शब्द राज के तृतीया विभक्ति एकवचन में
विकल्प से राचित्रा होता है। अन्य रूप - रक्षा
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
-
--
9.
- सप्तमी एकवचन 7/1 प्राकृत भाषा में पुल्लिंग संज्ञा शब्द राज के सप्तमी विभक्ति एकवचन में राज़ के ज का विकल्प से 'इ' करके 'म्मि' प्रत्यय जोड़ा जाता है। जैसेराज (पु.) (राइ+म्मि) = राइम्मि (सप्तमी एकवचन) अन्य रूप - राये, रायम्मि
राए, राअम्मि रायाणे, रायाणम्मि
----------------------------
द्वितीया एकवचन 2/1 10. ... प्राकृत भाषा में पुल्लिंग संज्ञा शब्द राज के द्वितीया विभक्ति एकवचन में . राज के ज का विकल्प से 'इणं' करके राइणं रूप बन जाता है। अन्य रूप - रायं
राअं रायाणं
प्राकृत-हिन्दी-व्याकरण (भाग-1)
(35)
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org