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स्थान ५ उद्देशक १
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समणेणं भगवया महावीरणं समणाणं णिग्गंथाणं णिच्चं वण्णियाई, णिच्वं कित्तियाई, णिच्चं बुझ्याई, णिच्चं पसत्थाई, णिच्चमब्भणुण्णायाइं भवंति तंजहा - खंती, मुत्ती, अज्जवे, मद्दवे, लाघवे । पंच ठाणाई समणेणं भगवया महावीरेणं जाव अब्भणुण्णायाई भवंति तंजहा - सच्चे, संजमे, तवे, चियाए, बंभचेरवासे । पंच ठाणाइं समणाणं जाव अब्भणुण्णायाइं भवंति तंजहा - उक्खित्तचरए, णिक्खित्तचरए, अंतचरए, पंतचरए, लूहचरए । पंच ठाणाइं जाव अब्भणुण्णायाइं भवंति तंजहा अण्णायचरए, अण्णइलायचरए, मोणचरए, संसट्टकप्पिए, तज्जायसंसट्टकप्पिए । पंच ठाणाई जाव अब्भणुण्णायाइं भवंति तंजहा - उवणिहिए, सुद्धेसणिए, संखादत्तिए, दिट्ठलाभिए, पुट्ठलाभिए । पंच ठाणाई जाव अब्भणुण्णायाइं भवंति तंजहा - आयंबिलिए, णिव्वियए, पुरिमड्डिए, परिमियपिंडवाइए, भिण्णपिंडवाइए । पंच ठाणाई जाव अब्भणुण्णायाई भवंति तंजहा अरसाहारे, विरसाहारे, अंताहारे, पंताहारे, लूहाहारे । पंच ठाणाई जाव अब्भणुण्णायाइं भवंति तंजहा - अरसजीवी, विरसजीवी, अंतजीवी, पंतजीवी, लूहजीवी । पंच ठाणाई जाव अब्भणुण्णायाइं भवंति ठाणाइए, ...कडुआ णि, पडिमट्ठाई, वीरासणिए, णेसज्जिए। पंच ठाणाई जाव अब्भणुण्णायाई भवंति तंजहा - दंडायइए, लगंडसाई, आयावए, अवाउडए, अकंडूयए ॥ ५ ॥
प्रशस्थ - प्रशंसा की है,
कठिन शब्दार्थ - दुग्गमं - दुर्गम, दुआइक्खं दुराक्ख्येय-तत्त्व कहा जाना कठिन है, दुविभज्जंदुर्विभज-भेद प्रभेद समझना कठिन है, दुपस्सं जीवाजीव को देखना कठिन है, दुतितिक्खं दुस्तितिक्ष- परीषह उपसर्ग सहना कठिन है, दुरणुचरं दुरनुचर - संयम पालन करना कठिन हैं, सुआइक्खतत्त्व कहना सरल हैं, सुविभज्जं भेद प्रभेद समझना सरल है, णिच्वं नित्य, वण्णियाई वर्णन किया है, कित्तियाई - कीर्तन किया है, बुझ्याई- कथन किया है, पसत्थाई अब्भणुण्णायाई - अभ्यनुज्ञात- आचरण करने की आज्ञा दी है, चियाए त्याग, उक्खित्तचरए - उत्क्षिप्तचरक, णिक्खित्तचरए निक्षिप्तचरक, अंतचरए अन्तचरक, पंतचरए- प्रान्तचरक, लूहचरएरूक्षचरक, अण्णायचरए अज्ञातचरक, अण्णइलायचरए - अन्नग्लायक चरक, मोणचरए - मौन चरक, संसट्टकप्पिए - संसृष्ट कल्पिक, उवणिहिए औपनिधिक, सुद्धेसणिए - शुद्धैषणिक, संखादत्तिए - संख्या दत्तिक, दिट्ठलाभिए दृष्टलाभिक, पुट्ठलाभिए - पृष्टलाभिक, आयंबिलिए - आचाम्लिक, णिव्वियए - निर्विकृतिक, भिण्णपिंडवाइए - भिन्न पिण्ड पातिक, अरसाहारे - अरसाहारं, विरसाहारे - विरसाहार, ठाणाइए स्थानातिग, उक्कडुआसणिए - उत्कटुक आसनिक,
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