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69. देहो य मणो वाणी पोग्गलदव्वप्पग त्ति णिहिट्ठा।
पोग्गलदव्वं हि पुणो पिंडो परमाणुदव्वाणं।। .
शरीर और
वचन
(देह) 1/1 अव्यय
(मण) 1/1 वाणी (वाणी) 1/1 पोग्गलदव्वप्पग त्ति [(पोग्गलदव्वप्पगा)+ (इति)]
[(पोग्गल)-(दव्वप्पग)- 1/2 वि]
इति (अ) = पादपूरक णिद्दिट्ठा (णिट्ठि) भूकृ 1/2 अनि, पोग्गलदव्वं [(पोग्गल)-(दव्व) 1/1]
पुद्गल द्रव्यात्मक
पादपूरक
.
वर्णित पुद्गल द्रव्य निश्चय ही और
अव्यय
पुणो
पिंडो
अव्यय (पिंड) 1/1 . [(परमाणु)-(दव्व) 6/2]
समूह
परमाणुदव्वाणं
परमाणु द्रव्यों का
अन्वय- देहो मणो य वाणी पोग्गलदव्वप्पग त्ति णिहिट्ठा पुणो पोग्गलदव्वं हि परमाणुदव्वाणं पिंडो।
___अर्थ- शरीर, मन और वाणी (ये) (तीनों योग) पुद्गल द्रव्यात्मक वर्णित (है) और पुद्गल द्रव्य निश्चय ही परमाणु द्रव्यों का समूह (है)।
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प्रवचनसार (खण्ड-2)
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