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आगम
(०५)
"भगवती”- अंगसूत्र-५ (मूलं+वृत्ति:) शतक [८], वर्ग [-], अंतर-शतक [-], उद्देशक [५], मूलं [३२९-३३१] मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित...........आगमसूत्र - [०५], अंग सूत्र - [०५] "भगवती मूलं एवं अभयदेवसूरि-रचित वृत्ति:
प्रत
सूत्रांक [३२९-३३१]
करेइ ३ वयसा कायसा ४,तिविहं एगविहेणं पडि० न करेति ३ सणसा ५, अहवा न करेइ ३ वयसा ६, अहवा न करेइ३ कायसा ७, दुविहं ति०प०न करेइ न का० मणसा वयसा कायसा ८, अहवा न करेइ करेंतं || नाणुजाणइ मण, वय काय०९, अहवा न कारवेइ करेंत नाणुजा मणसा वयसा कायसा १०, दु० दु०प० न कनका० म०व०११, अहवा न क न काम कायसा१२, अहवा न क०न का० वयसा कायसा १३,
अहवा न करेइ करेंतं नाणुजाणइ मणसा वयसा १४, अहवा न करे० करेंतं नाणुजाणइ मणसा कायसा १५, PI अहवा न करेति करतं. नाणुजाणति वयसा कायसा १६, अहवा न कारवेति करतं भाणुजाणति मणसा || वयसा १७, अहवा न कारयेह करेंतं माणुजाणइ मणसा कायसा १८, अहवा न कारवेति करेंतं नाणुजाणहट वयसा कापसा १९, दुविहं एक्कविहेणं पडिकममाणे न करेति न कारवेति मणसा २०, अहवा न करेति न कारवेति वयसा २१, अहवा न करेति न कारवेति कायसा २२, अहवा न करेति करेंत नाणुजाणइ मणसा |२३, अहवा न करेइ करेत माणुजाणइ वयसा २४, अहवा न करेइ करेंतं नाणुजाणइ कायसा २५, अहवा न है कारवेइ करेंतं नाणुजाणइ मणसा २६, अहवा न कारवेइ करेंतं नाणुजाणइ वयसा २७ अहवा न कारवेइ
करेंतं नाणुजाणइ कायसा २८, एगविहं तिविहेणं पडि न करेति मणसा वयसा कायसा २९, अहवा न| ४ कारवेह मण० वय कायसा ३०, अहवा करेंतं नाणुजा० मणसा ३३१, एक्कविहं दुविहेणं पडिकममाणे न
करेति मणसा वयसा ३२, अहया न करेति मणसा कायसा ३३, अहवा न करेइ वयसा कायसा ३४, अहवा न |
दीप अनुक्रम [४०२-४०४]
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श्रमणोपासकस्य व्रत एवं तस्य भेदा:
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