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________________ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org अहिंसा १ ईर्यासमिति १ अनुवीचि भाषण भावना भावना २ मनोगुप्ति भावना २ क्रोध वचन - त्याग भावना ३ एषणासमिति भावना सत्य | पाँच व्रतों की पच्चीस भावनाएं ( तत्त्वार्थ सूत्र के अनुसार ) ४ आदान- निक्षेपणा ४ भय वचन - त्याग समिति भावना भावना ५ आलोकित पान- ५ हास्य वचनभोजन-भावना त्याग भावना अस्तेय T १ अनुवच ३ लोभ वचन - त्याग ३ अवग्रह अवधारण भावना याचना अवग्रह याचना २ अभीक्ष्ण अवग्रह याचना ४ साधर्मिक अवग्रह याचना ब्रह्मचर्य T १ अससक्तवास समिति भावना २ स्त्रीकथा विरति भावना अपरिग्रह ४ पूर्वरत - पूर्वक्रीड़ित विरति भावना १ स्पर्शन इन्द्रिय रागद्वेष वर्जन भावना २ रसनेन्द्रिय विषय राग-द्वेष वर्जन भावना ३ स्त्रीरूपदर्शन विरति ३ घाणेन्द्रिय विषय भावना राग-द्वेष वर्जन भावना ४ चक्षुइन्द्रिय विषय राग-द्वेष वर्जन भावना ५ अनुज्ञापित भोजन- ५ प्रणीत आहार त्याग ५ श्रोत्र इंन्द्रिय पान भावना विषय राग-द्वेष वर्जन भावना ३०४ तत्त्वार्थ सूत्र : अध्याय ७ : सूत्र ३
SR No.004098
Book TitleTattvartha Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKevalmuni, Shreechand Surana
PublisherKamla Sadhanodaya Trust
Publication Year2005
Total Pages504
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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