________________
६२
प्रज्ञापना सूत्र
छठा उपयोग काल द्वार एएसि णं भंते! सोइंदिय चक्खिदिय घाणिंदिय जिभिदिय फासिंदियाणं जहणियाए उवओगद्धाए उक्कोसियाए उवओगद्धाए जहण्णुक्कोसियाए उवओगद्धाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा ४? ___ गोयमा! सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स जहण्णिया उवओगद्धा, सोइंदियस्स जहण्णिया उवओगद्धा विसेसाहिया, पाणिंदियस्स जहणिया उवओगद्धा, विसेसाहिया, जिभिदियस्स जहण्णिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, उक्कोसियाए उवओगद्धाए-सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा, सोइंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, घाणिंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जिभिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जहण्णउक्कोसियाए उवओगद्धाए-सव्वत्थोवा चक्खिदियस्स जहण्णिया उवओगद्धा, सोइंदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, पाणिंदियस्स जहण्णिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जिभिदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स जहणिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स जहणियाहिंतो उवओगद्धाहितो चक्खिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, सोइंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, घाणिंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, जिभिदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया, फासिंदियस्स उक्कोसिया उवओगद्धा विसेसाहिया ६॥४४८॥
भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन्! इन श्रोत्रेन्द्रिय, चक्षुरिन्द्रिय, घ्राणेन्द्रिय, जिह्वेन्द्रिय और स्पर्शनेन्द्रिय के जघन्य उपयोगाद्धा, उत्कृष्ट उपयोगाद्धा और जघन्योत्कृष्ट उपयोगाद्धा में कौन, किससे अल्प, बहुत, तुल्य अथवा विशेषाधिक है?
उत्तर - हे गौतम! चक्षुरिन्द्रिय का जघन्य उपयोगाद्धा-उपयोगकाल सबसे कम है, उससे श्रोत्रेन्द्रिय का जघन्य उपयोगाद्धा विशेषाधिक है, उससे घ्राणेन्द्रिय का जघन्य उपयोगाद्धा विशेषाधिक है, उससे जिह्वेन्द्रिय का जघन्य उपयोगाद्धा विशेषाधिक है, उससे स्पर्शनेन्द्रिय का जघन्य उपयोगाद्धा विशेषाधिक है। उत्कृष्ट उपयोगाद्धा में चक्षुरिन्द्रिय का उत्कृष्ट उपयोगाद्धा सबसे कम है, उससे
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org