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________________ २०२ प्रज्ञापना सूत्र उत्तर - हे गौतम! सामान्य नैरयिक सम्मूच्छिम खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से भी उत्पन्न होते हैं और गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से भी उत्पन्न होते हैं। जड़ सम्मुच्छिम खहयर पंचिंदिय तिरिक्ख जोणिएहिंतो उववज्जंति, किं पज्जत्तएहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्तएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा ! पज्जत्तएहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जत्तएहिंतो उववज्जंति । भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन् ! सामान्य नैरयिक यदि सम्मूच्छिम खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं तो क्या पर्याप्तक सम्मूच्छिम खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं या अपर्याप्तक सम्मूच्छिम खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं ? उत्तर - हे गौतम! सामान्य नैरयिक पर्याप्तक सम्मूच्छिम खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं किन्तु अपर्याप्तकं सम्मूच्छिम खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंय योनिकों से उत्पन्न नहीं होते हैं। जइ पज्जत्तय गब्भवक्कंतिय खहयर - पंचिंदिय-तिरिक्ख जोणिएहिंतो उववज्जंति, किं संखिज्जवासाउएहिंतो उववज्जंति, असंखिज्जवासाउएहिंतो उववज्जंति ? गोयमा! संखिज्जवासाउएहिंतो उववज्जंति, णो असंखिज्जवासाउएहिंतो उववज्जंति । भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन् ! सामान्य नैरयिक यदि गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं तो क्या संख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं या असंख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं ? उत्तर - हे गौतम! सामान्य नैरयिक संख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं किन्तु असंख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न नहीं होते हैं। Jain Education International 'जइ संखिज्जवासाउय गब्भवक्कंतिय खहयर पंचिंदिय-तिरिक्ख जोणिएहिंतो उववज्जंति, किं पज्जत्तएहिंतो उववज्जंति, अपज्जत्तएहिंतो उववजंति ? गोयमा ! पज्जत्तएहिंतो उववज्जंति, णो अपज्जत्तएहिंत्तो उववज्जंति ॥ ३०६ ॥ भावार्थ - प्रश्न - हे भगवन् ! सामान्य नैरयिक यदि संख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं तो क्या पर्याप्तक संख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं या अपर्याप्तक संख्यात वर्ष की आयु वाले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिकों से उत्पन्न होते हैं ? उत्तर - हे गौतम! सामान्य नैरयिक पर्याप्तक संख्यात वर्ष की आयु काले गर्भज खेचर पंचेन्द्रिय " For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004094
Book TitlePragnapana Sutra Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2008
Total Pages414
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_pragyapana
File Size9 MB
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