________________
३७९४
भगवती सूत्र-श. ४१ उ. १
भावार्थ-१७ प्रश्न-हे भगवन् ! यदि वे अलेशी होते हैं, तो सक्रिय होते हैं अथवा अक्रिय ?
१७ उत्तर-हे गौतम ! वे सक्रिय नहीं होते, अक्रिय होते हैं। .
१८ प्रश्न-जइ अकिरिया तेणेव भवग्गहणेणं सिझंति जाव अंतं करेंति ?
१८ उत्तर-हंता सिझंति जाव अंतं करेंति ।
भावार्थ-१८ प्रश्न-हे भगवन् ! यदि वे अक्रिय होते हैं, तो उसी भव से सिद्ध होते हैं, यावत् सर्व दुःखों का अन्त करते हैं ?
१८ उत्तर-हां, गौतम ! वे सिद्ध होते हैं, यावत् सर्व दुःखों का अन्त करते हैं।
१९ प्रश्न-जह सलेस्सा किं सकिरिया, अकिरिया ? १९ उत्तर-गोयमा ! सकिरिया, णो अकिरिया ।
भावार्थ-१९ प्रश्न-हे भगवन् ! यदि वे सलेशी होते हैं, तो सक्रिय होते हैं अथवा अक्रिय ?
१९ उत्तर-हे गौतम ! वे सक्रिय होते हैं, अक्रिय नहीं होते।
२० प्रश्न-जइ सकिरिया तेणेव भवग्गहणेणं सिझंति जाव अंतं करेंति ?
२० उत्तर-गोयमा ! अत्थेगइया तेणेव भवग्गहणेणं सिझंति जाव अंतं करेंति, अत्थेगइया णो तेणेव भवग्गणेणं सिझति जाव अंतं करेंति ?
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org