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भगवती सूत्र - श. २६ उ ७ परम्पराहारक बन्धक
१ प्रश्न - हे भगवन् ! अनन्तराहारक नैरयिक ने पाप कर्म बांधा था ? १ उत्तर - हे गौतम ! अनन्तरोपपन्नक उद्देशक के समान अनन्तराहारक उद्देशक भी कहना चाहिये ।
. विवेचन - आहारकत्व के प्रथम समयवर्ती को 'अनन्तराहारक' कहते हैं ।
॥ छब्बीसवें शतक का छठा उद्देशक सम्पूर्ण ॥
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था० ?
शतक २६ उद्देशक ७
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परम्पराहारक बंधक
पुच्छा ।
१ उत्तर - गोयमा ! एवं जहेव परं परोववण्णएहिं उद्देसो तहेव णिरवसेसो भाणियव्वो ।
'सेवं भंते । सेवं भंते! ति
१ प्रश्न - परंपराहारएणं भंते ! णेरइए पावं कम्मं किं बंधी
॥ छवीसहमे सप सत्तमो उद्देसो समत्तो ॥
भावार्थ - १ प्रश्न - हे भगवन् ! परम्पराहारक नैरयिक ने पाप कर्म बांधा
१ उत्तर - हे गौतम ! परम्परोपपत्रक उद्देशक के समान परम्पराहारक
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