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शतक २६ उद्देशक १
जीव ने कर्म का बन्ध किया, करता है, करेगा ?
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१ प्रश्न-तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे जाव एवं वयासीजीवे णं भंते ! १ पावं कम्मं किं बंधी बंधइ बंधिस्सइ २ बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ ३ बंधी ण बंधइ बंधिस्सइ ४ बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ ? ___ १ उत्तर-गोयमा ! १ अत्यंगइए बंधी बंधइ बंधिस्सइ २ अत्थे. गइए बंधी बंधइ ण बंधिस्सइ ३ अत्थेगइए बंधी ण बंधड बंधिस्सइ ४ अत्यंगइए बंधी ण बंधइ ण बंधिस्सइ (१)। .
कठिन शब्दार्थ -बंधी--बांधा था, बंधा-बांधता है, बंधिस्सइ--बांधेगा।
भावार्थ-१ प्रश्न-उस काल उस समय में राजगृह नगर में यावत् गौतम स्वामी ने पूछा-हे भगवन् ! १ जीव ने पापकर्म बांधा था, बांधता है और बांधेगा।
२ अथवा बांधा था, बांधता है और नहीं बांधेगा? ३ अथवा बांधा था, नहीं बांधता है और बांधेगा? ४ अथवा बांधा था, नहीं बांधता है और नहीं बांधेगा?
१ उत्तर-हे गौतम ! १ किसी जीव ने पापकर्म बांधा था, बांधता है और बांधेगा।
२ किसी जीव ने पापकर्म बांधा था, बांधता है, परंतु आगे नहीं बांधेगा ।
३ किसी जीव ने पापकर्म बांधा था, अभी नहीं बांधता है, किंतु आगे बांधेगा।
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