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३४ प्रश्न - सुहुमसंपरायसंजयस्स - पुच्छा ।
३४ उत्तर - गोयमा ! असंखेज्जा अतोमुहुत्तिया संजमट्टाणा पण्णत्ता ।
भावार्थ - ३४ प्रश्न - हे भगवन् ! सूक्ष्म संपराय संयत के संयम-स्थान कितने कहे हैं ?
३४ उत्तर - हे गौतम! अन्तर्मुहूर्त के समय जितने असंख्य संयम स्थान
कहे हैं ।
भगवती सूत्र - २५ उ ७ संयम स्थान
पण्णत्ते |
३५ प्रश्न - अहक्खायसंजयस्स - पुच्छा ।
३५ उत्तर - गोयमा ! एगे अजहण्णमणुकोसए संजमट्ठाणे
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भावार्थ - ३५ प्रश्न - हे भगवन् ! यथाख्यात संयत के संयम स्थान कितने
कहे हैं ?
३५ उत्तर - हे गौतम ! अजघन्यानुत्कृष्ट संयम-स्थान एक ही कहा है । ३६ प्रश्न - एएसि णं भंते ! सामाइय-छे ओवट्ठावणिय परिहारविसुद्धिय-सुहुमसंप राय- अहक्खायसंजयाणं संजमट्टाणाणं कयरे कयरे जाव विसेसाहिया वा ?
३६ उत्तर - गोयमा ! सव्वत्थोवे अहक्खायसंजमस्स एगे अजहृष्णमणुकोसए संजमट्टाणे, सुहुमसंपरा यसंजयस्स अंतोमुहुत्तिया संजमट्ठाणा असंखेज्जगुणा, परिहारविसुद्धिय संजयम्स संजमट्टाणा असंखेज्जगुणा, सामाइयसंजयस्स छेओवट्टावणियसंजयस्स य एएसि संजमाणा दोह वितुल्ला असंखेजगुणा (१४) ।
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