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________________ ३३२४ भगवती सूत्र-श. २५ उ. ४ पुद्गल सकम्प-निष्कम्प भावार्थ-११६ प्रश्न-हे भगवन् ! निष्कम्पक परमाणु-पुद्गल का अन्तर कितने काल का होता है ? | ११६ उत्तर-हे गौतम ! स्वस्थान की अपेक्षा जघन्य एक समय और उत्कृष्ट आवलिका के असंख्यातवें भाग, तथा परस्थान की अपेक्षा जघन्य एक समय और उत्कृष्ट असंख्यात काल । ११७ प्रश्न-दुपएसियस्स णं भंते ! बंधस्स देसेयस्स केवइयं कालं अंतरं होई? ___११७ उत्तर-सट्ठाणंतरं पडुच्च जहण्णेणं एक्कं समय, उक्कोसेणं असंखेज्जं कालं, परट्ठाणंतरं पडुच जहण्णेणं एक्कं समयं, उकोसेणं अणंतं कालं।. भावार्थ-११७ प्रश्न-हे भगवन् ! देश-कम्पक द्विप्रदेशी स्कन्ध का अंतर कितने काल का होता है ? ११७ उत्तर-हे गौतम ! स्वस्थान की अपेक्षा जघन्य एक समय और उत्कृष्ट असंख्यात काल, तथा परस्थान की अपेक्षा जघन्य एक समय और उत्कृष्ट अनन्त काल । ११८ प्रश्न-सव्वेयस्स केवइयं कालं. ? ११८ उत्तर-एवं चेव जहा देसेयस्स । भावार्थ-११८ प्रश्न-हे भगवन् ! सर्व-कम्पक द्विप्रवेशी स्कंध का अंतर कितने काल का होता है ? ११८ उत्तर-हे गौतम ! जिस प्रकार देश-कम्पक द्विप्रवेशी का अंतर कहा है, उसी प्रकार सर्व-कम्पक का भी जानना चाहिये। Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004092
Book TitleBhagvati Sutra Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
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