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________________ भगवती सूत्र - श. २५ उ. ४ परमाणु आदि सार्द्ध है या अनर्द्ध कठिन शब्दार्थ -- सड्ढे -- सार्द्ध---आधा भाग सहित अणड्ढे --अन-आधा भाग रहित । भावार्थ-८४ प्रश्न-हे भगवन् ! परमाणु- पुदगल सार्द्ध (आधा भाग सहित ) है या अर्द्ध (आधा भाग रहित ) ? ८४ उत्तर - हे गौतम! सार्द्ध नहीं, अनद्धं है । ३३०९ ८५ प्रश्न - दुपए सिए - पुच्छा । ८५ उत्तर - गोयमा ! सड्ढे, णो अणड्ढे । तिपए सिए जहा परमाणुपोग्गले । चउपसिए जहा दुपए सिंए । पंचपएसिए जहा तिपएसिए । छप्पए सिए जहा दुपए सिए । सत्तपए सिए जहा तिपएसिए । अटुपए सिए जहा दुपए सिए । णवपए सिए जहा तिपए मिए । दसपए सिए जहा दुपए सिए । भावार्थ - ८५ प्रश्न - हे भगवन् ! द्विप्रदेशी स्कन्ध सार्द्ध है या अनर्द्ध ? ८५ उत्तर - हे गौतम! सार्द्ध है, अनर्द्ध नहीं । त्रिप्रदेशी स्कन्ध, परमाणुपुद्गल के समान है । चतुष्प्रदेशी स्कन्ध, द्विप्रदेशी के समान है । पञ्च प्रदेशी स्कन्ध, त्रिप्रदेशी स्कन्धवत् है। छह प्रदेशी स्कन्ध, द्विप्रदेशी जैसा है । सप्त प्रदेशी स्कन्ध, त्रिप्रदेशी जैसा है । अष्ट प्रदेशी स्कन्ध, द्विप्रदेशी स्कन्ध के समान है । नव प्रदेशी स्कन्ध, त्रिप्रदेशी स्कन्धवत् है और दस प्रदेशी स्कन्ध, द्विप्रदेशी स्कन्ध के समान है । ८६ प्रश्न - संखेज्जपएसिए णं भंते ! खंधे - पुच्छा ? ८६ उत्तर - गोयमा ! सिय सड्ढे, सिय अणड्ढे, एवं असंखेजपए सिए वि, एवं अनंतपए सिए वि । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004092
Book TitleBhagvati Sutra Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
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