SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 148
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ भगवती सूत्र - श. २५. उ. ४ पुद्गल और युग्म भावार्थ - ६१ प्रश्न - हे भगवन् ! परमाणु- पुद्गल, प्रदेशार्थ से कृतयुग्मादि है ? ६१ उत्तर - हे गौतम ! कृतयुग्म, प्रोज और द्वापरयुग्म नहीं है, कल्यज है । ६२ प्रश्न - दुपए सिए - पुच्छा । ६२ उत्तर - गोयमा ! णो कडजुम्मे, णो तेओगे, दावरजुम्मे, णो कलिओगे । युग्म है । ३२९९ भावार्थ - ६२ प्रश्न - हे भगवन् ! -द्वि प्रदेशी स्कन्ध ० ? ६२ उत्तर - हे गौतम! कृतयुग्म, त्र्योज और कल्योज नहीं है, द्वापर ६३ प्रश्न - तिपएसिए - पुच्छा । ६३ उत्तर - गोयमा ! णो कडजुम्मे, तेओए, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे । भावार्थ - ६३ प्रश्न - हे भगवन् ! त्रि प्रदेशी स्कन्ध ० ? ६३ उत्तर - हे गौतम! कृतयुग्म, द्वापरयुग्म और कल्योज नहीं है, योज है । Jain Education International ६४ प्रश्न - उप्पए सिए - पुच्छा । ६४ उत्तर--गोयमा ! कडजुम्मे, णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, णो कलिओगे | पंचपए सिए जहा परमाणुपोग्गले । छप्पएसिए जहा दुप्पएसिए । सत्तपए सिए जहा तिपएसिए । अट्ठपएसिए जहा चउप्पए For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004092
Book TitleBhagvati Sutra Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy