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________________ भगवती सूत्र - श. २५ उ. ४ पुद्गल और युग्म ५९ उत्तर - गोयमा ! णो कडजुम्मे, णो तेओए, णो दावरजुम्मे, कलिओगे । एवं जाव अणतपसि खंधे । ३२९८ भावार्थ - ५९ प्रश्न - हे भगवन् ! परमाणु- पुद्गल द्रव्यार्थ से कृतयुग्म है, योज है, द्वापरयुग्म है या कल्योज है ? ५९ उत्तर - हे गौतम ! कृतयुग्म, त्र्योज और द्वापरयुग्म नहीं है, कल्योज है । इसी प्रकार यावत् अनन्त प्रदेशी स्कन्ध तक । ६० प्रश्न - परमाणुपोग्गला णं भंते! दव्वट्टयाए किं कडजुम्मा 1 ६० उत्तर - गोयमा ! ओघादेसेणं सिय कडजुम्मा जाव सिय कलिओगा, विहाणादेसेणं णो कडजुम्मा, णो तेओगा, णो दावरजुम्मा, कलिओगा । एवं जाव अनंतपएसिया खंधा । : पुच्छा भावार्थ - ६० प्रश्न - हे भगवन् ! परमाणु- पुद्गल ( बहुत परमाणु- पुद्गल ) द्रव्यार्थ से कृतयुग्मादि हैं० ? ६० उत्तरं - हे गौतम ! ओघादेश से कदाचित् कृतयुग्म यावत् कल्योज हैं । विधानादेश से कृतयुग्म, ज्योज और द्वापरयुग्म नहीं हैं, किन्तु कल्योज हैं । इसी प्रकार यावत् अनन्त प्रदेशी स्कन्ध पर्यन्त । ६१ प्रश्न - परमाणुपोग्गले णं भंते ! परसट्टयाए किं कडजुम्मे० पुच्छा | ६१ उत्तर - गोयमा ! णो कडजुम्मे, णो तेओगे, णो दावरजुम्मे, कलिओगे | Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004092
Book TitleBhagvati Sutra Part 07
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages692
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size11 MB
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