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भगमती सूत्र--१.२५ उ. ४ परमाण आदि का अल्प-बहत्व
और असंख्यात समय की स्थिति वाले पुद्गलों में कौन-किससे यावत् विशेषा. धिक है ?
___५६ उत्तर-हे गौतम ! अवगाहना को अल्प-बहुत्व के अनुसार स्थिति के विषय में भी है।
५७ प्रश्न-एएसि णं भंते ! एगगुणकालगाणं, संखेजगुणकालगाणं, असंखेजगुणकालगाणं, अणंतगुणकालगाण य पोग्गलाणं दबट्टयाए, पएसट्टयाए, दव्वट्ठपएसट्टयाए० ?
५७ उत्तर-एपसिं जहा परमाणुपोग्गलाणं अप्पाबहुगं तहा एएसि पि अप्पाबहुंगं, एवं सेसाण वि वण्ण-गंध-रसाणं ।
भावार्थ-५७ प्रश्न-हे भगवन् ! एक गुण काला, संख्यात गुण काला, असंख्यात गुण काला और अनन्त गुण काला, इन पुद्गलों में द्रव्यार्थ, प्रदेशार्थ और द्रव्यार्थ-प्रदेशार्थ से कौन पुद्गल किन पुद्गलों से यावत् विशेषाधिक हैं ?
५७ उत्तर-हे गौतम ! परमाणु-पुद्गल के अल्प-बहुत्व (सूत्र ५३) के अनुसार । इसी प्रकार सभी वर्ण, गन्ध और रस सम्बन्धी अल्प-बहुत्व भी।
५८ प्रश्न-एएसिं णं भंते ! एगगुणकक्खडाणं, संखेजगुणकक्खडाणं, असंखेजगुणकक्खडाणं, अणंतगुणकवखडाण य पोग्गलाणं दवट्टयाए, पएसट्टयाए, दवट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरे० जाव विसेसाहिया वा ?
५८ उत्तर-गोयमा ! सव्वत्थोवा एगगुणकपखडा पोग्गला दबट्ट
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