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भगवती सूत्र - २५ उ. ४ परमाणु आदि का अल्प-बहुत्व ३२९३
५४ उत्तर - हे गौतम! द्रव्यार्थ से -- सब से थोड़े अनन्त प्रदेशी स्कन्ध हैं। उनसे परमाणु पुद्गल अनन्त गुण हैं। उनसे संख्यात प्रदेशी स्कन्ध संख्यात गुण हैं। उनसे असंख्यात प्रदेशी स्रून्ध असंख्यात गुण हैं । प्रदेशार्थ से - अनन्त ' प्रदेशी स्कन्ध सब से थोड़े हैं, उनसे परमाणु पुद्गल ( अप्रदेशार्थ ) अनन्त गुण हैं । उनसे संख्यात प्रदेशी स्कन्ध संख्यात गुण हैं। उनसे असंख्यात प्रदेशी स्कन्ध असंख्यात गुण हैं । द्रव्यार्थ प्रदेशार्थ से - अनन्त प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से सब से थोड़े हैं। उनसे अनन्त प्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थ से अनन्त गुण हैं। उनसे परमाणुपुद्गल द्रव्यार्थ अप्रदेशार्थ से अनन्त गुण हैं। उनसे संख्यात प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से संख्यात गुण हैं। उनसे संख्यात प्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थ से संख्यात गुण हैं। उनसे असंख्यात प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यार्थ से असंख्यात गुण हैं। उनसे असंख्यात प्रदेशी स्कन्ध प्रदेशार्थ से असंख्यात गुण हैं ।
५५ प्रश्न - एएसि णं भंते ! एगपएमोगाढाणं, संखेज्जपएसोगाढाणं, असंखेज्जपए सोगाढाण य पोग्गलाणं दव्बट्टयाए पर सट्टयाए Goageसया करे कयरे० जाव विसेसाहिया वा ?
५५ उत्तर - गोयमा ! सव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पोग्गला दव्वट्टयाए, संखेजपरसोगाढा पोग्गला दव्वट्टयाए संखेजगुणा, असंखेज्जपरसोगाढा पोग्गला दव्वट्टयाए असंखेज्जगुणा, परसट्टयाए-सव्वत्थोवा एग एसो गाढा पोग्गला अपएसट्टयाए, संखेजपएसोगाढा पोग्गला परसट्टयाए संखेज्जगुणा, असंखेज्जपएसोगाढा पोग्गला पसट्टयाए असंखेज्जगुणां, दव्वट्टपर सट्टयाए-सव्वत्थोवा एगपए सोगाढा पोग्गला द० अपएस ट्टयाए, संखेजपए सोगाढा पोग्गला दव्वट्टयाए संखेज
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