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भगवती सूत्र - श. १० उ. ५ ज्योतिषेन्द्र का परिवार
विमला, सुस्वरा और सरस्वती । जानना चाहिए । इसी प्रकार गीतयश इन्द्र के इन सभी इन्द्रों का शेष सब वर्णन कालेन्द्र के धानियों और सिंहासनों का नाम इन्द्रों के पूर्ववत् जानना चहिये ।
प्रत्येक देवी के परिवार का वर्णन पूर्ववत् विषय में भी जानना चाहिये । समान जानना चाहिये । राजनाम के समान तथा शेष वर्णन
विवेचन - इस सूत्र में वाणव्यन्तर देवों के इन्द्र- किन्नर, किम्पुरुष, सत्पुरुष, महापुरुष, 'अतिकाय, महाकाय, गीतरति और गीतयशः - इन आठइन्द्रों की अग्रमहिषियाँ और उन के परिवार का वर्णन किया गया है।
वाणव्यन्तर इन्द्रों के लोकपाल नहीं होते । इसलिए उनका वर्णन नहीं आया है ।
ज्योतिषेन्द्र का परिवार
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२३ प्रश्न - चंदस्स णं भंते ! जोइसिंदस्स जोइसरण्णो पुच्छा | १२३ उत्तर - अजो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - १ चंद्रप्पभा २ दोसिणाभा ३ अच्चिमाली ४ पभंकरा | एवं जहा जीवाभिगमे जोइसियउद्देसए तहेव सूररस वि १ सूरप्पभा २ आयवाभा ३ अच्चिमाली ४ पभंकरा । सेसं तं चेव, जाव णो चेवणं मेहुणवत्तियं ।
२४ प्रश्न - इंगालस्स णं भंते! महग्गहस्स कइ अग्गमहिसीओ पुच्छा ।
२४ उत्तर - अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - १ विजया २ वेजयंती ३ जयंती ४ अपराजिया । तत्थ णं
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