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________________ १८३२ भगवती सूत्र - श. १० उ. ५ व्यन्तरेन्द्रों का परिवार महिषियों कही गई है ? १८ उत्तर - हे आर्यो ! चार अग्रमहिषियाँ कही गई है। यथा- पद्मा, पद्मावती, कनका और रत्नप्रभा । प्रत्येक देवी के परिवार आदि का वर्णन कालेन्द्र के समान है और इसी प्रकार महाभीम के विषय में भी जानना चाहिये । विवेचन - उपरोक्त सूत्र में व्यन्तर देवों के इन्द्र काल, महाकाल, गुरूप, प्रतिरूप पूर्णभद्र, माणिभद्र, भीम और महाभीम की अग्रमहिषियां तथा उनके परिवार आदि का वर्णन किया गया है । १९ प्रश्न - किण्णरस्स णं भंते ! पुच्छा । १९ उत्तर - अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - १ वडेंसा २ केतुमती ३ रतिसेणा ४ रइप्रिया । तत्थ णं सेसं तं चैव, एवं किंपुरिसस्स वि । २० प्रश्न - सप्पुरिसस्स णं पुच्छा । २० उत्तर- अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - १ रोहिणी २ नवमिया ३ हिरी ४ पुप्फवती । तत्थ णं एगमेगाए, सेसं तं चेव, एवं महापुरिसस्स वि । २१ प्रश्न - अतिकायंस्स णं पुच्छा । २१ उत्तर - अज्जो ! चत्तारि अग्गमहिसीओ पण्णत्ताओ, तं जहा - १ भुगंगा २ भुयगवई ३ महाकच्छा ४ फुडा । तत्थ णं सेसं तं चैव, एवं महाकायस्स वि । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004089
Book TitleBhagvati Sutra Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages578
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size10 MB
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