SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 126
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ भगवती सूत्र-पा. उ. ३२ सान्तरादि उत्पाद और उद्वर्तन १६८१ णो असओ णेरड्या उववजंति; जाव सओ वेमाणिया चयंति, णो असओ वेमाणिया चयंति । उत्तर-से णूणं गंगेया ! पासेणं अरहया पुरिसादाणीएणं सासए लोए बुइए अणाईए अणवयग्गे, जहा पंचमसए, जाव 'जे लोक्कड़ से लोए,' से तेणटेणं गंगेया ! एवं वुन्चइ-जाव सओ वेमाणिया चयंति, णो असओ वेमाणिया चयंति । ___ कठिन शब्दार्थ-सओ-मत् (विद्यमान), सासए-शाश्वत, बुइए-कहा है, अणवयग्गेअनन्त (अन्त रहित) । ___ भावार्थ-४४ प्रश्न-हे भगवन् ! सत् (विद्यमान) नैरयिक उत्पन्न होते है, या असत् (अविद्यमान) नैरयिक उत्पन्न होते हैं ? ४४ उत्तर-हे गांगेय ! सत् नैरयिक उत्पन्न होते हैं, असत् नैरयिक उत्पन्न नहीं होते । इसी प्रकार वैमानिक पर्यन्त जानना चाहिये। ४५ प्रश्न-हे भगवन् ! सत् नैरयिक उद्वर्तते हैं, या असत् नैरयिक ? ४५ उत्तर-हे गांगेय ! सत् नैरयिक उद्वर्तते हैं, असत् नैरयिक नहीं उद्वर्तते । इसी प्रकार यावत् वैमानिक पर्यन्त जानना चाहिये, परन्तु इतनी विशेषता है कि 'ज्योतिषी और वैमानिक देव चवते हैं'-ऐसा कहना चाहिए। ४६ प्रश्न-हे भगवन् ! नरयिक जीव, सत् नैरयिकों में उत्पन्न होते हैं, या असत् नरयिकों में । असुरकुमार देव, सत् असुरकुमार देवों में उत्पन्न होते हैं, या असत् असुरकुमार देवों में, इसी प्रकार यावत् सत् वैमानिकों में उत्पन्न होते हैं, या असत् वैमानिकों में । सत् नरयिकों में से उद्वर्तते हैं, या असत् नैरयिकों में से । सत् असुरकुमारों में से उद्वर्तते हैं, या असत् असुरकुमारों में से। इसी प्रकार यावत् सत् वैमानिकों में से चवते हैं, या असत् वैमानिकों में से ? ४६ उतर-हे गांगेय ! नैरयिक जीव, सत् नैरयिकों में उत्पन्न होते हैं, परन्तु असत् नैरयिकों में उत्पन्न नहीं होते । सत् असुरकुमारों में उत्पन्न होते हैं, Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004089
Book TitleBhagvati Sutra Part 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2006
Total Pages578
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy