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________________ भगवती सूत्र - श. ८ उ. ८ कर्म प्रकृति और परीबह ३२ प्रश्न - छव्विहबंधगस्स णं भंते! सरागछउमत्थरस कह परीसहा पण्णत्ता ? ३२ उत्तर - गोयमा ! चोइस परीसहा पण्णत्ता, बारस पुण वेrs, जं समयं सीयपरीसहं वेण्ड णो तं समयं उसिणपरीसहं वेus, जं समयं उसिणपरीसहं वेण्ड णो तं समयं सीयपरीसहं des, जं समयं चरियापरीसहं वेएइ णो तं समयं सेज्जापरीसहं वेrs, जं समयं सेना परीसहं वेएइ, णो तं समयं चरियापरीसहं वेड़ । ३३ प्रश्न - एक विबन्धगस्स णं भंते ! वीयरागछउमत्थस्स कह परीसहा पण्णत्ता ? ३३ उत्तर - गोयमा ! एवं चेव जहेव छव्विहबन्धगस्स । ३४ प्रश्न - एगविहबन्धगस्स णं भंते! सजोगिभवत्थ केवलिरस कह परीसहा पण्णत्ता ? Jain Education International १४५५ ३४ उत्तर - गोयमा ! एक्कारसपरीसहा पण्णत्ता, णव पुण वेएह, सेसं जहा छव्विबन्धगस्स । ३५ प्रश्न - अबन्धगस्स णं भंते! अजोगि भवत्थ केवलिस्स कह परीसहा पण्णत्ता ? ३५ उत्तर - गोयमा ! एकारस परीसहा पण्णत्ता, णव पुण वेus । जं समयं सीयपरीसहं वेण्ड णो तं समयं उसिणपरीसहं For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004088
Book TitleBhagvati Sutra Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2008
Total Pages506
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size9 MB
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