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________________ भगवती सूत्र-श. ८ उ. १ एक द्रव्य पारणाम . - - लुक्खफासपरिणए ? ५६ उत्तर-गोयमा ! काखडफासपरिणए वा, जाव लुक्खफासपरिणए वा। ५७ प्रश्न-जइ संठाणपरिणए-पुच्छा । ५७ उत्तर-गोयमा ! परिमंडलसंठाणपरिणए वा, जाव आययसंठाणपरिणए वा। भावार्थ-५२ प्रश्न-हे भगवन् ! यदि एक द्रव्य विस्रसा (स्वभात्र) परिणत होता है, तो क्या वह-वर्ण-परिणत होता है, गन्ध-परिणत होता है, रसपरिणत होता है, स्पर्श परिणत होता है, या संस्थान-परिणत होता है। ५२ उत्तर-हे गौतम ! वह वर्ण-परिणत होता है, या गन्ध-परिणत होता है, या रस-परिणत होता है, या स्पर्श-परिणत होता है, या संस्थान-परिणत . होता है। ५३ प्रश्न--हे भगवन् ! यदि एक द्रव्य वर्ण-परिणत होता है, तो क्या काला वर्णपने परिणत होता हैं, नीलवर्णपने परिणत होता है, अथवा यावत् शुक्ल वर्णपने परिणत होता है ? ५३ उत्तर-हे गौतम! वह काला वर्णपने परिणत होता है अथवा यावत् शुक्ल वर्णपने परिणत होता है। ५४ प्रश्न-हे भगवन् ! यदि एक द्रव्य' गन्धपने परिणत होता है, तो क्या सुरमि-गन्ध (सुगन्ध) पने परिणत होता है, या दुरभिगन्ध (दुर्गन्ध) पने परिणत होता है ? ५४ उत्तर-हे गौतम ! वह सुरभि-गन्धपने परिणत होता है, अथवा दुरभि-गन्धपने परिणत होता है। . ५५ प्रश्न-हे भगवन् ! यदि एक द्रव्य रसपने परिणत होता है, तो क्या Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004088
Book TitleBhagvati Sutra Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGhevarchand Banthiya
PublisherAkhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
Publication Year2008
Total Pages506
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_bhagwati
File Size9 MB
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