________________
* सूत्रार्थ *
* मंदिरमार्गी परंपरा के अनुसार- जग चिंतामणि (तपागच्छ)
जं किंचि सूत्र
• जयउ सामिअ ( खरतरगच्छ )
जावंति चेइआइं
• परमेष्ठि नमस्कार
• जयवीयराय सूत्र
.
Jain Education International
नमुत्थुणं (शक्रस्तव) सूत्र
जावंत केवि साहू
•
उवसग्गहरं सूत्र
अरिहंत चेइयाणं सूत्र
* स्थानकवासी परंपरा के अनुसार • नमुत्थुणं
इच्छामि णं भंते का पाठ
• आगमे तिविहे का पाठ
•
•
• चत्तारि मंगलं का पाठ
•
·
इच्छामि ठामि का पाठ
दर्शन सम्यक्त्व का पाठ
*********...................................................ee
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org