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अध्याय तेरहवां । (६) १०) सैकड़ा ऊपरके किसी भी खातेमें कमी हो तो
पूरी करने में । १००)
तथा इस ट्रष्ट डीडके ट्रस्टी । हैं (१) सेठ नवलचंद हीराचंद, (२) सेठ ताराचंद नवलचंद, (३) सेट हीराचंद नेमचंद, शोलापुर (४) सेठ लल्लूभाई प्रेमानंददास, (५) सेठ ठाकुरदास भगवानदास जौहरी मंत्री।
इसीसे प्रकट है कि आप अपनी धर्म व जातिके कैसे प्रेमी थे । आपके हाथसे ८ व १० लाखका दान हुआ है । पर जो अति प्रसिद्ध २ काममें आपने दान किया है वह नीचे गिनाया जाता है:
दानावलि। संवत् नाम काम
रकम दान १९३९ सूरत मंदिर प्रतिष्ठा
८०००) १९४० गोमटस्वामी सीढ़ी बनवाना १०००) १९४८ सूरत चंदावाड़ी धर्मशाला २५०००) १९५१ पालीताना मंदिर व धर्मशाला ३१००) १९५५ बम्बई बोर्डिंग
८००००) १९५६ गुजरात दुप्काल .
५०००) १९५७ बम्बई महा विद्यालय
२०००) १९५१ कोल्हापुर बोर्डिंग का मकान २२०००) १९६१ अहमदाबाद बोर्डिंगके स्थापनेमें ४०००००)
बम्बईमें हीराबाग धर्मशाला १२५०००)
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