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अध्याय बारहवां । ११४१२) का चंदा हुआ। जिसमें सेठ हुकमचंदजीने २१००),
व रोड़मल मेघराज सुसारीने १००१) दिये। बड़वानी बोर्डिंग कमेटी बनी तथा सुदी १५ को दीवान स्थापन । साहब कुंवर भारतसिंह द्वारा दिगम्बर
जैन बोर्डिग खोला गया जिसमें श्रीमती मगनबाईजीने १०१) दिये व श्रीमती मगनबाईके व्याख्यानोंको राज्य वर्गने भी सुना। स्त्रियोंमें आपके जानेसे बहुत जागृति फैली। २०० श्राविकाश्रमके लिये चंदा भी हुआ । बहुतसी स्त्रियोंसे अनेक नियम लिवाये। श्री सेव॒जय तीर्थ पालीतानामें बम्बई प्रान्तिक सभाका वार्षि
कोत्सव मिती माघ सुदी ३ से ६ तारीख पालितानामें प्रांतिक २९ जनवरीसे १ फर्वरी तक था। सेठ सभाका जल्सा। माणिकचंदजीको जानेकी बहुत बड़ी आ
वश्यक्ता थी पर आपने शरीरकी अशक्तताके कारण जाना उचित नहीं समझा पर आपके छोटे भाई सेठ नवल.. चंदनीको भेज दिया । सभापति श्रीमान् सेठ हुकमचंदजी हुए थे।
आपने अपने व्याख्यानको पढ़ते हुए विद्या४ लाखका दान । प्रचारादि कार्योंके लिये ३ लाखका दान
व अपनी धर्मपत्नी कंचनवाईके ओरसे १ लाखका दान किया । १३ प्रस्ताव मामूली पास हुए। सभाके लिये जनरल फंडकी अपीलमें १००१) दानवीर सेठ हुकचंदनीने दिये । कुल फंड करीव १७००) का हुआ। इस समय यात्री ४०००) के अनुमान आया था । संठ नवलचंदनी और
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