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५२०] अध्याय ग्यारहवां । समामें सेठ हुकमचंदनी ईन्दौरसे नहीं आए थे, तब सेठजी
इन्दौर गए । वहां रात्रिको बड़े मंदिरजीमें सेठजी इन्दौर में। सभा हुई । शीतलप्रसादनीने सर्व हकीकत
सुनाई, तब सेठ हुकमचंदजीने सर्वसे सम्मति करके तुर्त २५०००) का चंदा इन्दौर पंचायतीका कर दिया । यहांसे सेठनी बम्बई लौटे । पत्रद्वारा चंदेका उद्योग किया, तब शोलापुर पंचानने २५०००) व जैपूर पंचानने २१०००) के चंदेकी स्वीकारता भेनी । इसी तरह सेठजीके बार बार पत्रव्यवहारसे बड़ी रकमें और भी स्वीकृत हुई जैसे९५२०) पंचान जिला बिजनौर मा० साहु सलेखचंद जुगमं
दरलाल, नजीबाबाद ५०००) पंचान गया २५४१) ,, मऊ छावनी २१००) राजा ज्ञानचंद, सिकन्द्राबाद २०१५।-) पंचान, नसीराबाद २०००) ,, देहरादून १५००) श्रीमंत सेठ पूरनसाह, सिवनी ११००) पंचान, बड़नगर ११०१) ,, ललितपुर १०७३) ,, नीमाड़ प्रांत १०७१), पंढरपुर १०३१), अलवर १००१) रा० रा० हरघर धरणप्पा, रायचूर
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