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उच्च कुलमें जन्म ।
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होती है। उनको पूर्वजन्मका उत्तम संस्कार भी होता है। इसतरह हीराचन्द धर्म, अर्थ और काम पुरुषार्थको भोगते हुए अतिसंतोषसे रहने लगे और जातिमें एक आदरणीय गृहस्थ माने जाने लगे।
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