________________ पणयालीस आयामवित्थडा होइ सयसहस्साई / तं तिउणं सविसेस परीरओ होइ बोद्धयो॥५॥एगा जोयणकोडी बायालीसं च सयसहस्साई। तीसं चेव सहस्सा दो य सया अउणपन्नासा॥६॥ खित्तद्धि(ढि)यविच्छिन्ना अट्टेव य जोयणाणि वाइल्डं। परिहायमाणि चरिमंते मच्छियपत्ताउ तणुययरी॥७॥ संखंकमन्निकासा नामेण सुदंसणा अमोहा य / अज्जुणसुवण्णयमई उत्ताणयछत्तसंठाणा // 8 // ईसीपब्भाराए सीयाए जोयणमि लोगतो। तस्सुवरिमम्मि भाए सोलसमे सिद्धमोगाडे // 9 // कहिं पडिहया सिद्धा?, कहिं सिद्धा पइ. ट्ठिया ? / कहिं बौदिं चइत्ताणं, कत्थ गंतूण सिज्झई ? // 280 // अलोए पडिहया सिद्धा, लोयगो य पहडिया। इह बोंदि चइत्ताणं, तत्थ गंतूण सिज्झई // 1 // ज संठाणं तु इहं भवं चयंतस्स चरमसमयम्मि। आसी य पएसघणं तं संठार्ण तहिं तस्स // 2 // दीहं वा हस्सं वा जं संठाणं हविज चरमभवे। तत्तो तिभागहीणा सिदाणोगाहणा भणिया // 3 छासट्ठा घणुत्तिभागो य होइ बोदडो। एसा खलु सिद्धाणं उकोसोगाहणा भणिया // 4 // चत्तारि यस्यणीओ स्यणि तिभागूणिया य बोदवा। एसा खलु सिद्धार्ण मज्झिमओगाहणा भणिया // 5 // इक्का य होइ स्यणी अट्टेव य अंगुलाई साहीया। एसा खलु सिद्धाणं जहष्णोगाहणा भणिया // 6 // ओगाहणाइ सिद्धा भवत्तिभागेण हुंति परिहीणा। संठाणमणित्थंत्थं जरामरणविष्पमुक्काणं // 7 // जत्थ य एगो सिद्धो तत्थ अर्णता भवक्खयचिमुका। अचुन्नसमोगाढा पुट्ठा सके अलोगते // 8 // असरीरा जीवघणा उबउत्ता दसणे य नाणे या सागा. रमणागारं लक्खणमेयं तु सिद्धाणं // 9 // फुसइ अणंते सिद्धे सवपएसेहिं णियमसो सिद्धो। तेवि असंखिजगुणा देसपएसेहिं जे पुट्ठा // 29 // केवलनाणुवउत्ता जाणती सवभावगुणभावे। पासंति सबओ खलु केवल दिहीहऽणताहिं // 1 // नाणमि दसणम्मि य इत्तो एगयस्यम्मि उवउत्ता। सबस्स केवलिस्सा जुगवं दो नस्थि उवओगा || सुरगणसुहं समत्तं सबदापिडियं अणंतगुणं / नवि पाबइ मुत्तिसुहं णंताहिं वग्गवरगृहि // 3 // नवि अस्थि माणुसाणं तं सुक्खं नविय सब्बदेवाणं। जं सिद्धाणं मुक्खं अव्वाबाह उवगयाणं // 4 // सिद्धस्स हो | रासी सव्वापिंडिओ जइ हविजा। गतगुणवम्गभइओ सव्वागासे न माइजा // 5 // जहू नाम कोइ मिच्छो नयरगुणे बहुबिहे बियाणंतो। न चएइ परिकहेउं उवमाए तहिं असंतीए अ सिहाणं मुक्खं अणोवमं नस्थि तस्स ओवम्मं / किंचिबिसेसेणित्तो सारिक्खमिर्ण सुणह बुच्छं॥७॥ जह सबकामगुणियं पुरिसो भोतृण भोयणं कोई / तण्हाछुहाविमुक्को / अन्छिन जहा अमियतित्तो // 8 // इय सबकालतित्ता अउलं निव्वाणमुवगया सिद्धा। सासयमव्वाबाहं चिट्ठति मुही मुहं पत्ता // 9 // सिद्धत्ति य बुदत्ति व पास्मयत्ति य परंपरगयत्ति / उम्मुककम्मकवया अजरा अमरा असंगा य॥३०॥ नि(प.)च्छिन्नसबदुक्खा जाइजरामरणबंधणविमुक्का / सासयमब्वाचाहं अणुहवंति सुहं सया कालं // 1 // सुरगणइ. ढिसमग्गा सवदापिडिया अणंतगुणा। नवि पावइ जिणइइिंढ णतेहिवि वग्गवग्गृहि // 2 // भवणवइवाणमंतरजोइसवासी विमाणबासी य। सविड्ढीपरियरिया अरहते वंदया हुंति // 3 // भवणवइवाणमंतरजोइसवासी विमाणवासी य। इसिवालियमयमहिया करिति महिमं जिणवराण // 4 // इसिवालियरस भई सुरवस्थयकारयस्स वीरस्स / जेहिं सया धुवंता सके इंदा पवरकित्ती // 5 // इसिवान। तेसिं मुरासुरगुरू सिद्धा सिद्धिं उवणमंतु // 6 // भोमेजवणयराणं जोइसियाणं विमाणवासीर्ण / दइए देवनिकायाण थवो सहस्सं (म० समत्तो) अपरिसेसो॥३०७॥२०-१२३५॥ देविदत्ययपइण्णं समत्तं९॥ 011-33- अथ श्रीमरणसमाधिमकीर्णकम्-तिहुयणसरी रिवंदं सप्प (म०संघ) वयणरयणमंगल नमिउं / समणस्स उत्तमढे